PM Kisan Yojana: 21वीं किस्त की ताज़ा खबर, स्टेटस चेक और जरूरी काम

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PM Kisan Yojana: 21वीं किस्त की ताज़ा खबर, स्टेटस चेक और जरूरी काम

भारत के करोड़ों किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। केंद्र सरकार जल्द ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त जारी कर सकती है। मीडिया में

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भारत के करोड़ों किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। केंद्र सरकार जल्द ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त जारी कर सकती है। मीडिया में चल रही चर्चाओं के अनुसार, यह किस्त दिवाली से पहले किसानों के बैंक खातों में आ सकती है, जिससे उनकी दिवाली और भी रोशन हो सकती है। हालांकि, इस लाभ को पाने के लिए कुछ जरूरी शर्तें पूरी करना अनिवार्य है। इस लेख में, हम पीएम किसान योजना के बारे में विस्तार से जानेंगे, 21वीं किस्त से जुड़ी नवीनतम जानकारी पर गौर करेंगे, और यह भी समझेंगे कि कैसे आप अपना स्टेटस चेक करके सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी किस्त बिना किसी बाधा के आपके खाते में आए।  

क्या है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना?

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य भूमिधारक किसानों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना की घोषणा 1 फरवरी 2019 को केंद्रीय अंतरिम बजट में की गई थी, लेकिन यह 1 दिसंबर 2018 से ही प्रभावी हो गई थी ।  

शुरुआत में, यह योजना केवल छोटे और सीमांत किसानों के लिए थी, लेकिन बाद में 1 अप्रैल 2019 से इसका दायरा बढ़ाकर सभी भूमिधारक किसानों को शामिल कर लिया गया, हालांकि इसमें कुछ अपवाद भी रखे गए हैं । इस योजना के तहत, सरकार योग्य किसानों को हर साल ₹6,000 की वित्तीय सहायता देती है। यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में हर चार महीने में ₹2,000 की तीन समान किस्तों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से जमा की जाती है, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित होती है और बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो जाती है ।  

यह योजना किसानों के लिए एक स्थिर आय का स्रोत प्रदान करती है, जिससे उन्हें बीज, उर्वरक और अन्य कृषि संबंधी खर्चों के लिए धन की व्यवस्था करने में मदद मिलती है । यह वित्तीय सहायता किसानों को साहूकारों के चंगुल में फंसने से बचाती है और उन्हें अपनी खेती की गतिविधियों को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करती है। इस प्रकार, यह योजना सिर्फ एक आय सहायता नहीं है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को स्थिर करने और कृषि क्षेत्र में निरंतर निवेश को बढ़ावा देने का एक साधन भी है ।  

योजना का अब तक का सफर: एक नज़र

पीएम किसान योजना के तहत अब तक 20 किस्तें जारी की जा चुकी हैं, जिससे करोड़ों किसान लाभान्वित हुए हैं। योजना का प्रभाव और पैमाने उल्लेखनीय है। उदाहरण के लिए, 20वीं किस्त के रूप में लगभग 9.7 करोड़ किसानों को ₹20,500 करोड़ से अधिक की राशि जारी की गई थी ।  

पीएम किसान की किस्तों का विवरण और प्रभाव

किस्त संख्याजारी होने की तिथिलाभार्थियों की संख्या (लगभग)जारी की गई राशि (लगभग)
19वीं24 फरवरी, 2025  9.8 करोड़  ₹22,000 करोड़  
20वीं2 अगस्त, 2025  9.7 करोड़  ₹20,500 करोड़  
21वींनवंबर/दिसंबर 2025 (संभावित)  

यह योजना एक निश्चित 4 महीने के अंतराल पर चलती है (अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर, दिसंबर-मार्च), लेकिन कुछ शोध अध्ययनों में यह सुझाव दिया गया है कि वित्तीय सहायता का समय कृषि के मौसमों (जैसे खरीफ और रबी की बुवाई से पहले) के साथ अधिक संरेखित होना चाहिए ताकि किसान इसका बेहतर उपयोग कर सकें ।  

21वीं किस्त का बेसब्री से इंतज़ार: क्या है लेटेस्ट अपडेट?

20वीं किस्त 2 अगस्त, 2025 को जारी होने के बाद, अब किसानों को 21वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है। योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार, हर किस्त लगभग चार महीने के अंतराल पर जारी की जाती है ।  

20वीं किस्त की टाइमलाइन को समझें

इससे पहले, 19वीं किस्त 24 फरवरी, 2025 को जारी हुई थी, जबकि 20वीं किस्त 2 अगस्त, 2025 को जारी हुई । यह पैटर्न स्पष्ट रूप से दिखाता है कि किस्तों के बीच लगभग चार महीने का अंतर होता है। इस निश्चित समय-सीमा के कारण, 21वीं किस्त की संभावित तिथि को लेकर अनुमान लगाना आसान हो जाता है।  

21वीं किस्त कब आएगी: दिवाली पर तोहफे की संभावना

कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 21वीं किस्त नवंबर या दिसंबर 2025 में जारी की जा सकती है । चूँकि 2025 में दिवाली 30 अक्टूबर को है, कुछ रिपोर्ट्स में इसे “दिवाली से पहले का तोहफा” माना जा रहा है । हालांकि, यह केवल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित अटकलें हैं, और सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी गलत सूचना से बचने के लिए नवीनतम अपडेट के लिए हमेशा आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर नजर रखें।

इन किसानों को नहीं मिलेगी 21वीं किस्त: चेक करें अपनी पात्रता

पीएम किसान योजना का लाभ सभी किसानों को नहीं मिलता है। सरकार ने कुछ श्रेणियों को योजना के दायरे से बाहर रखा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि लाभ वास्तव में जरूरतमंद और पात्र किसानों तक पहुंचे। यदि आप यह जानना चाहते हैं कि आपको 21वीं किस्त मिलेगी या नहीं, तो अपनी पात्रता को दोबारा जांचना महत्वपूर्ण है ।  

योजना के पात्रता नियम

पीएम किसान योजना के तहत, सभी भूमिधारक किसान परिवार जिनके पास खेती योग्य भूमि है, वे इस योजना के लिए पात्र हैं । परिवार में पति, पत्नी और उनके नाबालिग बच्चे शामिल होते हैं । इस योजना का लाभ लेने के लिए, किसान के पास आधार कार्ड, बैंक खाता और उनके नाम पर पंजीकृत भूमि रिकॉर्ड होना अनिवार्य है ।  

अपवाद और अयोग्य किसान: कौन नहीं है पात्र?

कुछ श्रेणियाँ ऐसी हैं जो इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं। यदि आपके परिवार का कोई भी सदस्य निम्नलिखित श्रेणियों में से किसी में आता है, तो आप योजना के लाभ से वंचित रह सकते हैं:

  • वर्तमान या पूर्व संवैधानिक पदधारक, सांसद, विधायक, या जिला पंचायत के अध्यक्ष ।  
  • सरकारी कर्मचारी (सेवानिवृत्त या सेवारत), हालांकि ग्रुप डी और मल्टी-टास्किंग स्टाफ को इससे छूट है ।  
  • पिछले मूल्यांकन वर्ष में आयकर का भुगतान करने वाले व्यक्ति या परिवार ।  
  • ₹10,000 या उससे अधिक की मासिक पेंशन प्राप्त करने वाले सेवानिवृत्त पेंशनभोगी (ग्रुप डी और मल्टी-टास्किंग स्टाफ को छोड़कर) ।  
  • डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य पेशेवर ।  
  • संस्थागत भूमिधारक ।  

पीएम किसान पात्रता एवं अपवाद: एक नजर में

पात्र कौन हैं?पात्र कौन नहीं हैं?
सभी भूमिधारक किसान परिवार  आयकर दाता  
जिनके नाम खेती योग्य भूमि हो  सरकारी कर्मचारी, पेंशनभोगी (₹10,000+ पेंशन)  
आधार से जुड़ा बैंक खाता हो  संवैधानिक पदधारक, सांसद, विधायक  

योजना की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने एक मजबूत सत्यापन प्रणाली बनाई है जो आधार, आयकर रिकॉर्ड और पेंशनभोगी डेटा की जांच करती है । हालांकि, यह प्रणाली कभी-कभी किसानों के लिए चुनौतियां भी खड़ी कर सकती है। भूमि रिकॉर्ड में मामूली विसंगतियां या नाम की वर्तनी में त्रुटियां भी भुगतान में देरी का कारण बन सकती हैं। इसलिए, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपकी सभी जानकारी पूरी तरह से सही और अपडेटेड हो।  

21वीं किस्त के लिए जरूरी काम: अभी निपटा लें ये 3 स्टेप

21वीं किस्त का लाभ पाने के लिए, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपकी पात्रता से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं। ये तीन कदम सबसे महत्वपूर्ण हैं, और इनमें से किसी भी एक में कमी होने पर आपकी किस्त अटक सकती है ।  

पहला स्टेप: ई-केवाईसी (e-KYC) करवाएं सरकार ने पीएम किसान योजना के सभी पंजीकृत किसानों के लिए ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है । अगर आपका ई-केवाईसी अधूरा है, तो आपकी किस्त रोक दी जाएगी। इसे पूरा करने के दो मुख्य तरीके हैं:  

  • ऑनलाइन तरीका: आप पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर इसे स्वयं कर सकते हैं । ‘फार्मर्स कॉर्नर’ सेक्शन में ‘e-KYC’ विकल्प पर क्लिक करें, अपना आधार नंबर और आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर दर्ज करें, और प्राप्त ओटीपी के माध्यम से प्रक्रिया पूरी करें ।  
  • ऑफलाइन तरीका: यदि आपके आधार से आपका मोबाइल नंबर लिंक नहीं है, तो आप अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से ई-केवाईसी करवा सकते हैं ।  

दूसरा स्टेप: लैंड सीडिंग (भूलेख सत्यापन) यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपके भूमि रिकॉर्ड का सत्यापन हो चुका है और वह पीएम किसान पोर्टल पर ‘लैंड सीडिंग’ के तहत ‘Yes’ के रूप में दिखाई दे रहा है । यदि यह ‘No’ दिखाता है, तो इसका मतलब है कि आपके भूमि रिकॉर्ड अभी तक सत्यापित नहीं हुए हैं। ऐसी स्थिति में, आपको तुरंत अपने ब्लॉक या जिला कृषि कार्यालय से संपर्क करके भूलेख सत्यापन प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए।  

तीसरा स्टेप: आधार को बैंक खाते से लिंक करें पीएम किसान योजना के तहत भुगतान पूरी तरह से आधार-आधारित होता है। इसका मतलब है कि आपकी किस्त सीधे उस बैंक खाते में भेजी जाएगी जो आपके आधार नंबर से लिंक है और जिसमें DBT विकल्प सक्रिय है । यदि आपका बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, या लिंक होने के बाद भी DBT सक्रिय नहीं है, तो आपको अपनी बैंक शाखा में जाकर इसे तुरंत ठीक करवाना चाहिए।  

जानें अपना स्टेटस: 21वीं किस्त का भुगतान चेक करने का तरीका

यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं, आपको नियमित रूप से अपना लाभार्थी स्टेटस (Beneficiary Status) चेक करते रहना चाहिए। यह प्रक्रिया बहुत सरल है और आप इसे अपने मोबाइल फोन पर भी कर सकते हैं।

स्टेप-बाय-स्टेप गाइड: Beneficiary Status कैसे देखें

  1. सबसे पहले, पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं ।  
  2. होमपेज पर, ‘फार्मर्स कॉर्नर’ सेक्शन में दिए गए ‘Know Your Status’ विकल्प पर क्लिक करें ।  
  3. अब, अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या आधार नंबर दर्ज करें और कैप्चा कोड भरकर ‘गेट ओटीपी’ पर क्लिक करें ।  
  4. अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करें।
  5. इसके बाद, आपकी स्क्रीन पर आपका पूरा स्टेटस दिखाई देगा, जिसमें आपके भुगतान और पात्रता की स्थिति शामिल होगी 。  

अपना नाम Beneficiary List में ऐसे चेक करें

यदि आप यह जांचना चाहते हैं कि आपका नाम लाभार्थी सूची में शामिल है या नहीं, तो आप निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं:

  1. आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं ।  
  2. होमपेज पर ‘फार्मर्स कॉर्नर’ में ‘Beneficiary List’ विकल्प पर क्लिक करें ।  
  3. अपना राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव चुनें।
  4. ‘गेट रिपोर्ट’ पर क्लिक करें। आपके सामने आपके गांव के लाभार्थियों की पूरी सूची आ जाएगी ।  

PM Kisan से जुड़ी शिकायतों का समाधान कैसे करें?

कई बार, किसान भुगतान अटकने या अन्य समस्याओं का सामना करते हैं। यदि आपके साथ ऐसी कोई समस्या है, तो आप सरकारी हेल्पडेस्क का उपयोग करके इसका समाधान कर सकते हैं।

  • हेल्पलाइन नंबर और ऑनलाइन शिकायत: आप टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 155261 या 1800-180-1551 पर कॉल करके अपनी समस्या बता सकते हैं । इसके अलावा, आप आधिकारिक वेबसाइट पर ‘Helpdesk’ विकल्प के माध्यम से अपनी शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं ।  

यह समझना महत्वपूर्ण है कि कई किसान डिजिटल बाधाओं का सामना करते हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया या हेल्पलाइन पर समस्या का समाधान न होने पर, किसान अपने स्थानीय कृषि विभाग कार्यालय या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर सीधे अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं । यह ऑन-ग्राउंड सहायता विशेष रूप से उन किसानों के लिए महत्वपूर्ण है जो डिजिटल रूप से कम साक्षर हैं। यह दोहरी रणनीति सुनिश्चित करती है कि कोई भी किसान अपनी समस्या का समाधान पाने से वंचित न रहे।  

किसानों के लिए अन्य महत्वपूर्ण सरकारी योजनाएं

पीएम किसान योजना के अलावा, भारत सरकार ने किसानों की सहायता के लिए कई अन्य योजनाएं भी शुरू की हैं। ये योजनाएं किसानों के कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का हिस्सा हैं, जिसमें वित्तीय सहायता, जोखिम प्रबंधन और बाजार तक पहुंच शामिल है ।  

किसानों के लिए अन्य प्रमुख योजनाएं: एक तुलना

योजना का नामउद्देश्यप्रमुख लाभ
PM फसल बीमा योजनाफसल को प्राकृतिक आपदाओं से बचाना  कम प्रीमियम पर फसल बीमा  
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC)किसानों को आसान और सस्ता ऋण देना  4% ब्याज पर ₹3 लाख तक का ऋण  
e-NAMकिसानों को ऑनलाइन बाज़ार प्रदान करना  सीधे खरीदारों को फसल बेचना  

इन योजनाओं को समझना और उनका लाभ उठाना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत के करोड़ों किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता है, जो उनकी आय को बढ़ाने और उन्हें कृषि से जुड़े खर्चों को पूरा करने में मदद करती है । जबकि 21वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है, यह आवश्यक है कि किसान अपनी पात्रता और स्टेटस की जांच करें।  

अपनी 21वीं किस्त पाने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी किस्त बिना किसी बाधा के आपके खाते में आए, तुरंत अपने ई-केवाईसी, लैंड सीडिंग और बैंक खाते में आधार लिंकिंग का स्टेटस जांचें। यदि कोई समस्या हो, तो दिए गए हेल्पलाइन नंबरों या अपने स्थानीय कृषि विभाग से संपर्क करें।

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