आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभाशाली छात्रों के लिए अपनी शिक्षा जारी रखना अक्सर एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में, नेशनल मीन्स-कम-मेरिट स्कॉलरशि
आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभाशाली छात्रों के लिए अपनी शिक्षा जारी रखना अक्सर एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में, नेशनल मीन्स-कम-मेरिट स्कॉलरशिप (NMMS) एक सुनहरा अवसर लेकर आई है। यह भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य 8वीं कक्षा के छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे बिना किसी रुकावट के अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी कर सकें ।
हरियाणा NMMS छात्रवृत्ति 2025 के तहत, राज्य के योग्य छात्रों को 9वीं से 12वीं कक्षा तक हर महीने ₹1,000 की वित्तीय सहायता मिलेगी, जिससे उनकी पढ़ाई का बोझ काफी कम हो जाएगा। यह लेख NMMS हरियाणा 2025 के आवेदन, पात्रता, परीक्षा पैटर्न और अन्य सभी आवश्यक जानकारी का एक विस्तृत गाइड है।
NMMS हरियाणा 2025: महत्वपूर्ण तिथियों की सूची
हरियाणा के छात्रों के लिए NMMS छात्रवृत्ति के आवेदन की प्रक्रिया 8 सितंबर, 2025 से शुरू हो रही है । छात्रों और अभिभावकों के लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर, 2025 है, और यह तिथि किसी भी परिस्थिति में आगे नहीं बढ़ाई जाएगी । इस सीमित समय-सीमा को देखते हुए, यह सलाह दी जाती है कि छात्र जल्द से जल्द अपनी तैयारी शुरू कर दें। परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड नवंबर 2025 में जारी किए जाएंगे, और परीक्षा 30 नवंबर, 2025 को आयोजित होगी ।
यह स्कॉलरशिप दो चरणों वाली प्रक्रिया है। सबसे पहले, छात्रों को राज्य-स्तरीय चयन परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। इसके बाद, जो छात्र मेरिट सूची में चयनित होते हैं, उन्हें नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (NSP) पर एक अलग से आवेदन जमा करना होगा। यह आवेदन प्रक्रिया अप्रैल 2026 में परिणाम घोषित होने के बाद जून/जुलाई 2026 में शुरू होगी ।
यह समझना महत्वपूर्ण है कि आवेदन प्रक्रिया के लिए आवश्यक कुछ दस्तावेज़ों को तैयार होने में समय लग सकता है, जैसे कि आय प्रमाण पत्र या जाति प्रमाण पत्र। अंतिम तिथि का इंतज़ार करने के बजाय, छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे इन दस्तावेज़ों को अभी से इकट्ठा करना शुरू कर दें।
NMMS हरियाणा 2025 की महत्वपूर्ण तिथियाँ नीचे दी गई तालिका में सूचीबद्ध हैं:
गतिविधि (Activity) | तिथि (Date) |
ऑनलाइन आवेदन शुरू | 8 सितंबर 2025 |
आवेदन की अंतिम तिथि | 15 अक्टूबर 2025 |
एडमिट कार्ड जारी | नवंबर 2025 (संभावित) |
परीक्षा की तिथि | 30 नवंबर 2025 |
परिणाम की संभावित तिथि | अप्रैल 2026 |
NSP पर आवेदन (चयनित छात्रों के लिए) | जून/जुलाई 2026 |
NMMS हरियाणा छात्रवृत्ति 2025 के लिए पात्रता मानदंड
यह NMMS योजना उन छात्रों के लिए है जो वास्तव में आर्थिक सहायता के पात्र हैं। इस योजना के पीछे का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी प्रतिभाशाली छात्र केवल वित्तीय कठिनाइयों के कारण अपनी पढ़ाई न छोड़े । इसलिए, कुछ सख्त पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं।
NMMS हरियाणा 2025 परीक्षा में शामिल होने के लिए, छात्रों को निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना होगा :
- स्कूल का प्रकार: छात्र को हरियाणा के किसी सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त (Government-Aided) स्कूल में 8वीं कक्षा का नियमित छात्र होना चाहिए।
- पारिवारिक आय: छात्र के माता-पिता की सभी स्रोतों से वार्षिक आय ₹3,50,000 से अधिक नहीं होनी चाहिए ।
- शैक्षणिक प्रदर्शन: छात्र ने 7वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा में कम से कम 55% अंक प्राप्त किए हों। अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के छात्रों के लिए यह छूट 50% है ।
इसके अतिरिक्त, कुछ श्रेणियों के छात्र इस स्कॉलरशिप के लिए पात्र नहीं हैं। इनमें केंद्रीय विद्यालय (KVS), जवाहर नवोदय विद्यालय (JNVs), सैनिक स्कूल, और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र शामिल हैं । राज्य सरकार द्वारा संचालित आवासीय स्कूलों में रहने वाले छात्र भी अयोग्य माने जाते हैं, क्योंकि उन्हें पहले से ही रहने, खाने और शिक्षा की सुविधाएँ सरकार द्वारा मिलती हैं ।
मापदंड (Criterion) | आवश्यकता (Requirement) |
छात्र की कक्षा | 8वीं में अध्ययनरत |
स्कूल का प्रकार | सरकारी या सरकारी सहायता प्राप्त |
पारिवारिक आय | ₹3.50 लाख से कम |
पिछली कक्षा में अंक | 7वीं कक्षा में 55% (SC/ST के लिए 50%) |
NMMS हरियाणा छात्रवृत्ति 2025 के लिए आवेदन कैसे करें?
NMMS हरियाणा के लिए आवेदन पूरी तरह से ऑनलाइन होता है। यह प्रक्रिया छात्रों और उनके माता-पिता के लिए थोड़ी जटिल हो सकती है, इसलिए हर कदम को सावधानीपूर्वक समझना ज़रूरी है।
स्टेप-बाय-स्टेप ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
आवेदन के लिए, छात्र हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड (BSEH) या एससीईआरटी हरियाणा (SCERT) की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं । आवेदन प्रक्रिया के दौरान, एक ‘प्रोफार्मा’ (Proforma) या स्कूल से प्रमाणित करने वाला एक प्रमाण पत्र डाउनलोड करना अनिवार्य होता है। छात्र को इस फॉर्म को भरकर अपने स्कूल के प्रधानाचार्य से प्रमाणित कराना होगा और फिर इसे ऑनलाइन आवेदन के साथ अपलोड करना होगा । आवेदन फॉर्म का प्रिंटआउट लेना और भविष्य के संदर्भ के लिए इसे सुरक्षित रखना भी अनिवार्य है।
यह समझना महत्वपूर्ण है कि हालांकि आवेदन ऑनलाइन है, लेकिन स्कूल प्रशासन का इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका है। छात्रों को अपने फॉर्म और दस्तावेज़ समय पर स्कूल में जमा करने चाहिए ताकि स्कूल अधिकारी समय रहते उन्हें सत्यापित कर सकें। यह देरी से बचने और आवेदन को अंतिम रूप से जमा करने के लिए महत्वपूर्ण है।
आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ों की सूची
ऑनलाइन आवेदन करते समय, छात्रों को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों की स्कैन की हुई प्रतियां अपलोड करनी होंगी। ये सभी दस्तावेज़ आवेदन से पहले तैयार कर लेने चाहिए :
- 7वीं कक्षा की मार्कशीट
- माता-पिता का आय प्रमाण पत्र (सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी)
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- विकलांगता प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- आवेदक का आधार कार्ड
- छात्र के नाम पर बैंक खाते का विवरण (आधार से लिंक होना चाहिए)
आधार कार्ड का विवरण, विशेष रूप से नाम और जन्मतिथि, स्कूल के रिकॉर्ड से मेल खाना चाहिए । नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर बाद में आवेदन करते समय, यह जानकारी आधार कार्ड से ही ली जाती है, और किसी भी प्रकार की विसंगति आवेदन को अस्वीकार कर सकती है।
NMMS हरियाणा परीक्षा पैटर्न और सिलेबस
NMMS परीक्षा दो भागों में होती है, जो छात्रों की बौद्धिक और शैक्षणिक क्षमताओं का मूल्यांकन करती है।
परीक्षा का प्रारूप और मुख्य बातें
NMMS हरियाणा परीक्षा दो अलग-अलग पेपरों में आयोजित की जाएगी: मानसिक योग्यता परीक्षण (MAT) और शैक्षिक योग्यता परीक्षण (SAT) ।
परीक्षा का भाग | प्रश्नों की संख्या | अधिकतम अंक | समय |
मानसिक योग्यता परीक्षण (MAT) | 90 | 90 | 90 मिनट |
शैक्षिक योग्यता परीक्षण (SAT) | 90 | 90 | 90 मिनट |
MAT पेपर में तर्कशक्ति और विश्लेषणात्मक क्षमताओं से संबंधित प्रश्न होते हैं, जबकि SAT पेपर में विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और गणित विषयों के प्रश्न शामिल होते हैं । दोनों पेपर बहुविकल्पीय (MCQ) होते हैं, और प्रत्येक सही उत्तर के लिए एक अंक दिया जाता है।
इस परीक्षा की एक महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें कोई नकारात्मक अंकन (negative marking) नहीं है । इसका मतलब है कि गलत उत्तरों के लिए कोई अंक नहीं काटे जाएंगे। यह छात्रों के लिए एक बड़ा फायदा है, क्योंकि उन्हें सभी प्रश्नों को हल करने का प्रयास करना चाहिए, चाहे वे उत्तर के बारे में पूरी तरह से निश्चित न हों।
परीक्षा में सफल होने के लिए, सामान्य श्रेणी के छात्रों को दोनों पेपरों (MAT और SAT) को मिलाकर कुल 40% अंक प्राप्त करने होते हैं। आरक्षित श्रेणियों (SC/ST/PH) के लिए, यह कटऑफ 32% है ।
NMMS परीक्षा का सिलेबस
NMMS परीक्षा का कोई निश्चित या परिभाषित सिलेबस नहीं है । प्रश्नों का आधार आमतौर पर 7वीं और 8वीं कक्षा के एनसीईआरटी (NCERT) और हरियाणा राज्य बोर्ड के पाठ्यक्रम से होता है। छात्रों को अपनी इन कक्षाओं की किताबों का अच्छी तरह से अध्ययन करना चाहिए।
- MAT सिलेबस: इस पेपर में एनालॉजी, क्लासिफिकेशन, न्यूमेरिकल सीरीज, पैटर्न रिकग्निशन और हिडन फिगर्स जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं । यह छात्रों की तार्किक और आलोचनात्मक सोच को परखता है।
- SAT सिलेबस: इस पेपर में तीन मुख्य विषय शामिल होते हैं:
- विज्ञान: भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से संबंधित 7वीं और 8वीं कक्षा के टॉपिक्स।
- सामाजिक विज्ञान: इतिहास, भूगोल, और नागरिक शास्त्र (civics)।
- गणित: 7वीं और 8वीं कक्षा के गणित के बुनियादी सिद्धांत और सूत्र।
NMMS स्कॉलरशिप: कितनी राशि मिलेगी और क्या फायदे हैं?
NMMS स्कॉलरशिप योजना का सबसे बड़ा लाभ वित्तीय सहायता है, जो छात्रों को उनकी आगे की शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करती है।
स्कॉलरशिप की राशि और वितरण
इस योजना के तहत, चयनित छात्रों को 9वीं से 12वीं कक्षा तक प्रति वर्ष ₹12,000 की राशि दी जाती है, जो प्रति माह ₹1,000 के हिसाब से होती है । हरियाणा के लिए, कुल 2,337 स्कॉलरशिप निर्धारित की गई हैं । यह राशि सीधे छात्र के बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से जमा की जाती है, बशर्ते बैंक खाता आधार से लिंक हो ।
स्कॉलरशिप जारी रखने के नियम (Renewal Criteria)
NMMS स्कॉलरशिप को 9वीं के बाद भी जारी रखने के लिए कुछ नियम हैं। यह योजना छात्रों को केवल एक बार की सहायता नहीं है, बल्कि यह उन्हें लगातार बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती है ।
- शैक्षणिक प्रगति: छात्र को प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में बिना किसी रुकावट के अगली कक्षा में पदोन्नत (promoted) होना चाहिए । यदि छात्र किसी कक्षा में फेल हो जाता है या पढ़ाई छोड़ देता है, तो स्कॉलरशिप स्थायी रूप से रोक दी जाएगी।
- न्यूनतम अंक: स्कॉलरशिप जारी रखने के लिए छात्रों को कुछ न्यूनतम अंक प्राप्त करने होंगे :
कक्षा | आवश्यक न्यूनतम अंक | SC/ST के लिए छूट | टिप्पणी |
9वीं | 55% | 50% | आंतरिक स्कूल परीक्षा |
10वीं | 60% | 55% | बोर्ड परीक्षा |
11वीं | 55% | 50% | आंतरिक परीक्षा |
12वीं | 55% | 50% | अंतिम वर्ष |
यह विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है कि 10वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 60% अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। यह नियम यह सुनिश्चित करता है कि छात्र अपनी माध्यमिक शिक्षा के सबसे महत्वपूर्ण चरण में भी कड़ी मेहनत करते रहें।
NMMS हरियाणा 2025 की तैयारी के लिए खास टिप्स
NMMS परीक्षा में सफल होने के लिए एक अच्छी रणनीति और कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है। यहाँ कुछ विशेष टिप्स दिए गए हैं जो आपकी तैयारी में मदद कर सकते हैं:
- NCERT पुस्तकों को प्राथमिकता दें: NMMS परीक्षा में 7वीं और 8वीं कक्षा के NCERT सिलेबस से ही प्रश्न आते हैं। इसलिए, अपनी स्कूल की किताबों को ही अपना मुख्य आधार बनाएँ । हर अध्याय को गहराई से पढ़ें और उसके पीछे के सिद्धांतों को समझें।
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें: NMMS परीक्षा के पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल करना सबसे अच्छी तैयारी मानी जाती है । इससे आपको परीक्षा के पैटर्न, प्रश्नों के प्रकार और कठिनाई स्तर को समझने में मदद मिलेगी। साथ ही, यह आपकी समय प्रबंधन (time management) क्षमता को भी बेहतर बनाएगा।
- अपनी कमजोरियों पर काम करें: पिछले प्रश्नपत्रों को हल करते समय, अपने कमजोर क्षेत्रों की पहचान करें और उन पर अधिक समय दें । कमजोरियों को दूर करना ही सफलता की कुंजी है।
- नकारात्मक अंकन नहीं है, इसका लाभ उठाएँ: जैसा कि पहले बताया गया है, NMMS परीक्षा में कोई नकारात्मक अंकन नहीं है। इसलिए, परीक्षा के दौरान सभी प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें। यदि आप किसी प्रश्न के उत्तर के बारे में अनिश्चित हैं, तो भी उसे खाली न छोड़ें।
NMMS छात्रवृत्ति हरियाणा के उन सभी 8वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक असाधारण अवसर है, जो अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। यह सिर्फ एक स्कॉलरशिप नहीं, बल्कि एक सुरक्षित भविष्य का प्रवेश द्वार है। आवेदन की प्रक्रिया 8 सितंबर, 2025 से शुरू होकर 15 अक्टूबर, 2025 को समाप्त हो जाएगी, इसलिए समय रहते सभी आवश्यक दस्तावेज़ तैयार करना और अपने स्कूल से संपर्क करना बेहद ज़रूरी है। आज ही अपनी तैयारी शुरू करें और इस अवसर का लाभ उठाएँ। यह जानकारी अपने दोस्तों और शिक्षकों के साथ भी साझा करें ताकि कोई भी योग्य छात्र इस महत्वपूर्ण स्कॉलरशिप से वंचित न रह जाए।
COMMENTS